
आपको बता दें कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य सुषमा साहू ने गुरुवार को भोपाल पुलिस कंट्रोल रूम में सुनवाई के दौरान पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। सुनवाई के दौरान पीड़ित महिला के पति ने आयोग के सामने शिकायत रखी थी। इसके बाद बकौल सुषमा साहू, नगर निगम कमिश्नर ने अधिकारी को शीघ्र ही निलंबित करने का भरोसा दिलाया था।
संबंधित अधिकारियों से बात करूंगीः सुषमा साहू
आयोग की सदस्य सुषमा साहू ने मामले में एफआईआर दर्ज तक उन्होंने लंच नहीं करने का ऐलान किया था। सुषमा ने स्वयं यह बात कही थी कि कमिश्नर द्वारा अधिकारी को निलंबित करने का भरोसा दिलाने और पीड़िता के पति के बयान देखने पर उन्होंने एफआईआर की जिद छोड़ दी लेकिन 4 दिन बाद भी जब आरोपी अफसर कमर साकिब पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आयोग सदस्य ने नाराजी प्रकट की। वह बोलीं कि मैं इस बारे संबंधित अधिकारियों से बात करूंगी।
मैने निलंबन का 'कमिट' नहीं किया: कमिश्नर
नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अधिकारी को निलंबित करने का 'कमिट' नहीं किया। उन्होंने बताया कि आयोग की सुनवाई के बाद मैंने सदस्य सुषमा साहू को घटना की पूरी वस्तुस्थिति समझा दी थी। उन्हें यह भी जानकारी दी गई थी कि संबंधित अफसर का ट्रांसफर कर दिया गया है। अधिकारी को पदोन्नात नहीं किया गया। कमिश्नर ने यह भी बताया कि घटना के संदर्भ में मैंने एसडीएम की रिपोर्ट अभी पूरी तरह देखी नहीं है।