
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अभी मैच्योर नहीं हुए हैं और उन्हो थोड़ा और वक्त मिलना चाहिए। शीला ने कहा कि फिलहाल हम बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं और यह बदलाव जनरेशन के साथ राजनीति में भी आ रहा है। नेताओं से बयानों का स्तर भी बदला है। इसका उदाहरण इस बात से लिया जा सकता है कि पीएम से आप एक पूर्व पीएम के लिए इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं करते।
कांग्रेस इस बदलाव के अनुसार खुद को ढालने की कोशिश में है। यह ध्यान रखना होगा कि राहुल गांधी अभी मैच्योर नहीं हुए हैं, उन्हें थोड़ा वक्त लगेगा। हालांकि शीला ने राहुल की तारीफ भी का और कहा कि उन्होंने किसानों के हित में जो बात कही है वो अब तक किसी ने नहीं कही थी। यूपी में प्रचार ना करने को लेकर उन्होंने कहा कि वो अपने स्वास्थ्य की वजह से प्रचार नहीं कर रहीं, कांग्रेस और सपा के गठबंधन से उन्हें कोई समस्या नहीं है।