मैं उसे दिलोजान से चाहता था, लेकिन आकांक्षा बेवफा निकाली: उदयन का बयान

भोपाल। 'मुझे तो वैसे भी मरना ही था। मैं उससे बेइंतहा प्यार करता था। कुछ भी कर सकता था उसके लिए। लेकिन, उसने मुझे धोखा दिया था। वह कई लड़कों के संपर्क में थी। मैंने खुद उसके मैसेज देखे थे। मना भी किया था, लेकिन मानी नहीं। तब मैंने उसकी हत्या कर दी। हां, मैं कोई आइआइटी पास नहीं हूं, महज 10वीं पास हूं।'

यह कहना है मर्डर केस के मुख्य आरोपी उदयन दास का। उसने अपनी प्रेमिका श्वेता उर्फ आकांक्षा की हत्या करने के बाद उसकी लाश को एक बक्से में बंद किया, फिर सीमेंट भर दी। पहली मंजिल पर एक चबूतरा बनाया और बक्सा उसमें रख दिया। सबकुछ उसने खुद किया। कोई कारीगर नहीं बुलाया। इस मामले में कोर्ट में बयान देते हुए उदयन ने कई खुलासे किये।

उसने कहा कि वह तो खुद ही फांसी लगाने वाला था, क्योंकि आकांक्षा के बाद वह जीना नहीं चाहता है। अब जो होना है होता रहे। इस बीच पुलिस ने उनकी मां को उसकी गिरफ्तारी के बारे में बता दिया है। फिलहाल, उदयन की मां विदेश में रह रही हैं। आरोपी को भोपाल जिला कोर्ट में पेश किया गया था।

उदयन ने कहा कि मेरे पिता की मौत 2015 में हो गई थी। मां अभी विदेश में रह रही हैं। उसने यह साफ-साफ कहा कि प्रेमिका की बेवफाई ने उसे तोड़ कर रख दिया है। इससे पहले उसने पुलिस को बताया था कि आकांक्षा ने आखिरी बार अपने घऱ पर जुलाई, 2016 में बात की थी। उसके बाद से वह उसके आईडी से लोगों से बात करता रहता था। इसलिए किसी को शक नहीं हुआ। उसने मेरी जिंदगी को बर्बाद कर दिया था। इसलिए मैंने उसे जान से मार दिया।

पहले तो मैंने उसके लाश को एक लोहे के बक्से में रखा। फिर, बक्से के साथ ही उस पर चबूतरा बना दिया। पुलिस को चबूतरे को तोड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है। चबूतरे के पास ही एक फांसी का फंदा भी था, जिसके बारे में उदयन ने कहा है कि वह भी अपनी प्रेमिका के पास ही फांसी लगाना चाहता था।
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