सादगी वाले कलेक्टर की शराब पार्टी वायरल, ढह गया सम्मान का किला

उपदेश अवस्थी/भोपाल। पिछले दिनों भोपाल समाचार की एक पोस्ट लाखों लोगों के बीच वायरल हुई थी। 'इस कलेक्टर की सादगी का दीवाना है सारा शहर।' देश भर की मीडिया ने खबर को लिफ्ट कराया और सिवनी के कलेक्टर धनराजू एस लाइम लाइट में आ गए, लेकिन अब एक नया फोटो वायरल हो रहा है। यह फोटो धनराजू एस की बर्थ-डे का है, जिसमें सरकारी भवन के भीतर शराब पार्टी चल रही है। जो कलेक्टर को अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने के लिए सरकारी कार का इस्तेमाल नहीं करता, नए फोटो में सरकारी भवन में शराब पार्टी के बीच दिखाई दे रहा है। आदर्श का तो कचूमर ही निकल गया। भावनाओं की कुतुब मिनार जमींदोज हो गई। ढह गया सम्मान का किला। 

सिवनी कलेक्टर धनराजू का जन्मदिन 4 फरवरी को था। सोशल मीडिया में वायरल हुए एक फोटो में सिवनी कलेक्टर धनराजू के साथ उपसंचालक मत्स्य रवि गजभिए, सीएमओ किशन सिंह ठाकुर दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा एक अन्य अधिकारी का चेहरा साफ नहीं दिख रहा। माना जा रहा है कि ये फोटो सीएमएचओ डॉ. आरके श्रीवास्तव का है। जिस कमरे में ये सभी अधिकारी बैठे हैं, उसमें कलेक्टर के हाथ में माला दिखाई दे रही है। साथ ही टेबल पर शराब की गिलास, चिकन व मटन आदि भी नजर आ रहा है। टेबल के निचले हिस्से में केक का पैकेट नजर आ रहा है। ये तस्वीरें स्थानीय रेस्ट हाउस या सर्किट हाउस की लग रहीं हैं।

CMHO ने किया स्टिंग आॅपरेशन
कलेक्टर धनराजू एस की सादगी का पोस्टमार्टम सीएमएचओ डॉ. आरके श्रीवास्तव ने किया। सोमवार सुबह 10.07 बजे डॉ आरके श्रीवास्तव ने एक वाट्सएप ग्रुप में यह फोटो शेयर की। फोटो शेयर करते ही तेजी से प्रतिक्रिया आने लगीं। कुछ ही देर में यह फोटो सारे सिवनी में वायरल हो चुकी थी। वाट्सएप बाबा के चमत्कार से पलक झपकते ही भोपाल और बाकी के मध्यप्रदेश तक भी जा पहुंची। समाचार लिखे जाने तक इस फोटो पर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी था। 

क्यों हो गई थी जनता दीवानी
सिवनी कलेक्टर धनराजू एस अपनी सादगी और आदर्शवादी जीवन के लिए लोकप्रिय हो रहे थे। ऐसे कई सारे प्रसंग थे जिसके चलते आईएएस धनराजू एस के प्रति लोगों में सम्मान का भाव बढ़ रहा था। आम लोगों के बीच सादगी से बातचीत करते, सामान खरीदते, पैदल, बाइक पर दिखाई दे जाते है। 

अप्रैल 2016: 5 मिनट में रक्तदान

एक वाट्सएप ग्रुप में संदेश मिला कि एक मरीज को ब्लड की सख्त जरूरत है। थोड़ी देर बाद कलेक्टर अस्पताल में थे। रक्तदान कर रहे थे। 

अगस्त 2016: सड़क पर की जनसुनवाई
वो कार से जा रहे थे। रास्ते में का दिव्यांग दिखा। हाथ में आवेदन लिए था। कलेक्टर ने कार रुकवाई और सड़क पर ही जनसुनवाई की। 

नवम्बर 2016: बेटी के साथ बैंक की लाइन में

नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया। सारे देश में हंगामा हो गया। जबर्दस्त विरोध चल रहा था और बैंकों में लाइनें लगीं थीं। इसी लाइन में एक खास आदमी भी चुपचाप खड़ा था। नाम है, सिवनी कलेकटर धनराजू एस। बिना किसी को बताए, सादा से कपड़ों में वो लाइन में लगे थे। काफी देर बाद लोगों ने पहचाना लेकिन उन्होंने अपने कलेक्टर होने का फायदा नहीं उठाया। उनके लाइन में लगने से बाकी सबको भी पैसे मिले। 

जनवरी 2014: हाथ में बस्ता बॉटल लिए पैदल चल दिए

गणतंत्र दिवस के अवसर पर शहर के सभी आॅटो चालकों ने रैली का आयोजन किया। वो बच्चों को स्कूल लेने नहीं आए तो कलेक्टर धनराजू एस खुद चल दिए एक आम आदमी की तरह। अपनी बेटी का बस्ता और बॉटल हाथ में लिए। जबकि इस काम के लिए सारे प्रदेश में सरकारी गाड़ियों का उपयोग होता है। दूसरे अफसर तो आॅटो या बस लगाते ही नहीं। 

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