
CBI की टीम ने सहरसा जिले के आरापट्टी और महिषी स्थित घरों में इनकम टैक्स के साथ मिल कर संयुक्त छापेमारी की। दोनों टीम ने उनके घर समेत गोदाम और पैतृक संपत्ति पर छापा मारा। इस दौरान टीम ने घर में रखे कागजात और अन्य सामानों की तलाशी ली। जांच टीम में शामिल अफसरों ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच के सिलसिले में ये रेड की गई है।
काले कारोबारियों से पार्टनरशिपिंग
कमिश्नर हरिवंश कुमार चौधरी 1988 बैच के IRS अधिकारी हैं। उनके खिलाफ करीब पांच करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है। सीबीआइ ने उनकी पत्नी और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज किया है। जांच के दौरान उनके नाम से कई निजी कंपनियों के कागजात और शेयर भी मिलने की बात कही जा रही है। इनमें कुछ कंपनियां अधिकारी की पत्नी और बेटे के नाम से मिले हैं।
जहां जहां पोस्टेड रहे वहां वहां कमाया
इसके अलावा चेन्नई और सूरत के कुछ सीए (चार्टड एकाउंटेंट) के यहां भी इससे संबंधित सर्च किया गया है। ये सीए इनकी कंपनी में और अवैध कमाई को व्हाइट करने के खेल में शामिल थे। इस बात के भी बड़े स्तर पर प्रमाण मिले हैं। सर्च के दौरान यह बात सामने आयी है कि ये आइआरएस अधिकारी जिन-जिन स्थानों पर ज्यादा समय तक पोस्टेड रहे हैं, वहां-वहां इन्होंने बड़े स्तर पर अवैध संपत्ति बनायी है।
सीबीआई और आयकर विभाग की टीमों ने घरों के ताले और गोदरेज तोड़ कर कागजातों को खंगाला साथ ही कमिश्नर की मां, पड़ोसी और पुजारी से पूछताछ की। जांच टीम में शामिल एक अफसर के अनुसार कमिश्नर के दिल्ली के मोती बाग स्थित घर पर भी छापा पड़ा है। जांच टीम ने आरापट्टी में पक्के बड़े भवन के कमरों, अन्य सामानों सहित जमीन संबंधी आवश्यक कागजात की सूची तैयार की है।