भोपाल। सीहोर में जानलेवा हड़ताल कर रहे डॉक्टरों के खिलाफ आज सीहोर नगरपालिका के सभी 35 पार्षदों ने भोपाल आकर प्रदर्शन किया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा नेता जसपाल अरोरा की कोई गलती नहीं है। डॉक्टर ने लापरवाही की और लापरवाह अफसरों पर लगाम लगाना सत्ता का धर्म है। बता दें कि सीहोर में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण 4 साल के एक मासूम ने तड़प तड़पकर दम तोड़ दिया है।
सीहोर के सभी 35 पार्षदों ने दोपहर के समय सीहोर स्थित तहसील कार्यालय पहुंचकर SDM राजकुमार खत्री को ज्ञापन दिया। इसमें कहा गया कि भाजपा नेता जसपाल अरोरा के साथ डॉक्टरों ने अभद्र व्यवहार कर झूठा केस दर्ज कराया है। इस मामले में डॉ. धर्मेंद्र सुमन और सिविल सर्जन डॉ. आनंद शर्मा पर कठोर कार्रवाई की जाए। मानवता का साथ देने वाले भाजपा नेता पर लगाए झूठे प्रकरण को समाप्त कराया जाए।
इसके बाद सभी पार्षद भोपाल आए। भोपाल में भी इन सभी पार्षदों ने प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर मामले में सहानुभूतिपूर्वक विचार कर झूठे प्रकरण को समाप्त कराने की मांग उठाई। इन पार्षदों ने ने कहा है कि यदि प्रकरण समाप्त नहीं होता है, तो वह जनहित में आंदोलन करने को विवश होंगे। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की होगी। दूसरी तरफ विधायक सुदेश राय और प्रशासन की अपील पर शनिवार शाम 5 बजे 21 डॉक्टरों में से 13 डॉक्टर काम पर लौट आए।