
इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी सरकारी तेल कंपनियां एसबीआई के साथ मिलकर ये फैसिलिटी दे रही हैं। फिलहाल ये फैसिलिटी करीब ढाई हजार पेट्रोल पंपों पर होगी। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इसे आगे बढ़ाकर 20 हजार पेट्रोल पंपों तक किया जा सकता है।
मीटिंग के बाद लिया गया फैसला
उधर, पेट्रोल पंप पहले की तरह ही 24 नवंबर तक 500-1000 के पुराने नोट लेते रहेंगे। बता दें कि पेट्रोल पंपों पर कार्ड स्वाइप के जरिए ट्रांजैक्शन प्रोसेस एसबीआई की 'प्वॉइंट ऑफ सेल' मशीन के जरिए पूरी होगी। एसबीआई की चीफ अरुंधती भट्टाचार्य के मुताबिक ये फैसला सरकारी तेल कंपनियों और बैंक के अफसरों की मीटिंग के बाद लिया गया।
तीन दर्जन से ज्यादा हुईं मौतें
नोटबंदी के बाद अब तक करीब तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें कई मौतों की वजह बैंक और एटीएम में लंबी लाइन को बताया गया है। कुछ की मौतें हॉस्पिटल के 500-1000 के पुराने नोट नहीं लेने की वजह से भी हुई हैं।