कोबे। बैंक और एटीएम में लंबी लाइन में लगे लोगों को पीएम मोदी ने सलाम किया है। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘मैं अपने देश के लोगों को सलाम करता हूं। लोग चार से छह घंटे तक लाइन में खड़े हुए हैं लेकिन उन्होंने राष्ट्रहित में इस फैसले को स्वीकार किया जैसा कि 2011 की आपदा के बाद जापान ने किया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों के समक्ष आने वाली परेशानियों पर लंबे समय तक विचार किया लेकिन इसे गोपनीय रखना भी जरूरी था। इसे अचानक किया जाना था, लेकिन मुझे कभी यह नहीं पता था कि इसके लिए मुझे शुभकामनाएं मिलेंगी।’’ मोदी ने कहा, ‘‘मैं प्रत्येक और हर भारतीय को सलाम करता हूं। कई परिवारों में शादियां हैं, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, उन्हें असुविधा हो रही है, लेकिन उन्होंने फैसले को स्वीकार किया है।’’
खिलाफ बोलने वाले राजनीति कर रहे हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि 500 और 1,000 रुपये के विमुद्रीकरण के कारण भारत में लोग जिन कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, उसका अंदाजा उन्हें पहले से ही था, लेकिन राष्ट्र के व्यापक हित में यह आवश्यक था। जापान में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "500 और 1,000 रुपये के नोट बंद करने के सरकार के फैसले को लोगों ने सराहा है, लेकिन कुछ लोग सरकार के इस कदम के खिलाफ बोल रहे हैं और इसकी वजह राजनीति है।"
फैसला अचानक नहीं किया, पहले मौका दिया था
जापान में पांच साल पहले 2011 में आए विनाशकारी भूकंप व सुनामी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं जानता हूं यह मुश्किल है.. मैं उन लोगों को सलाम करता हूं, तो पांच से छह घंटे तक कतारबद्ध होकर परेशानियां झेल रहे हैं। यह वैसा ही है, जैसे जापान में लोगों ने 2011 में आए भूकंप और सुनामी के दौरान झेला था।" उन्होंने कहा कि सरकार ने विमुद्रीकरण का निर्णय जल्जदबाजी में नहीं लिया है। बड़े नोटों को बंद करने के फैसले से पहले, लोगों को सितंबर माह तक अपनी पूंजी दिखाने के लिए 50 दिन का समय दिया गया था।
1.25 लाख करोड़ का कालाधन बाहर आया है
मोदी ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष, विश्व बैंक सभी एक आवाज में बोल रहे हैं। आईएमएफ ने कहा है कि भारत उम्मीद की किरण है। विश्व अर्थशास्त्री मानते हैं कि भारत सबसे तेज गति से आगे बढ़ रहा है। मेरी एफडीआई की अपनी परिभाषा है। पहली परिभाषा है कि पहले भारत का विकास करो, दूसरी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है।’’ मोदी ने बताया कि पिछले दो साल में सरकार की विभिन्न पहल से 1.25 लाख करोड़ रपये का कालाधन बाहर आया है। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)