जबलपुर, 18 दिसंबर 2025: मध्य प्रदेश के जबलपुर में ग्वारीघाट रोड पर उस समय एक फिल्मी सीन बन गया जब CBI की टीम ने GST इंस्पेक्टर को पकड़ने की कोशिश की। इंस्पेक्टर आगे-आगे और सीबीआई वाले पीछे-पीछे, दोनों फुल स्पीड में भाग रहे थे। 10 किलोमीटर की लंबी दौड़ के बाद CBI वाले जीएसटी इंस्पेक्टर को पकड़ने में कामयाब हो गए।
GST वाले होटल कारोबारी विवेक त्रिपाठी को ब्लैकमेल कर रहे थे
दरअसल, ये पूरा मामला शहर के होटल कारोबारी विवेक त्रिपाठी से जुड़ा है। GST अधिकारियों ने उनके होटल के लेन-देन पर आपत्ति जताई और करीब 1 करोड़ रुपये की रिकवरी ठोक दी। फिर मामला सेटल करने के लिए 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। होटल वाले ने हिम्मत दिखाई और सीधे CBI से शिकायत कर दी। प्लान के मुताबिक, जैसे ही पहली किस्त के 4 लाख रुपये इंस्पेक्टर सचिन खरे को सौंपे गए, CBI की टीम हरकत में आ गई। भागते हुए इंस्पेक्टर को लंबा चेज करने के बाद पकड़ लिया।
GST ऑफिसर्स सचिन खरे और विवेक वर्मा की गिरफ्तार, मुकेश बर्मन फरार
फिल्मी अंदाज में रिश्वत लेकर भाग रहे सेंट्रल GST इंस्पेक्टर सचिन खरे को CBI टीम ने करीब 10 किलोमीटर तक पीछा किया। आखिरकार ग्वारीघाट रोड पर सेम माल के सामने उसे 4 लाख रुपये की रिश्वत रकम के साथ ट्रैप कर लिया गया। इसके बाद असिस्टेंट कमिश्नर विवेक वर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया। वहीं विभाग के सुप्रिटेंडेंट मुकेश बर्मन अभी फरार बताया जा रहा है।
58 होटलों की लिस्ट तैयार कर रखी थी
सूत्रों की मानें तो इन अधिकारियों ने जबलपुर के करीब 58 होटलों की लिस्ट तैयार कर रखी थी। इनसे मोटी वसूली का पूरा प्लान था और कुछ जगहों से अवैध रकम भी वसूल चुके थे। लेकिन CBI की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से सारा खेल धरा का धरा रह गया। GST विभाग में हड़कंप मच गया और देर रात तक CBI वाले दस्तावेजों की छानबीन करते रहे।
राजीव चड्ढा और नितिन शर्मा के यहां इनकम टैक्स की बड़ी रेड
उधर, बुधवार तड़के ही इनकम टैक्स विभाग ने भी जबलपुर में खनन कारोबारी राजीव चड्ढा और नितिन शर्मा के घरों पर छापा मारा। सिविल लाइंस इलाके में पुलिस बल के साथ पहुंची टीम ने दस्तावेज खंगाले। एक कार पर स्वच्छता अभियान 2025 का स्टिकर लगा देख वॉचमैन कन्फ्यूज हो गया, सोचा शायद नगर निगम वाले आए हैं। लेकिन ये तो IT की सर्जिकल स्ट्राइक थी।
कटनी और सतना में भी एक्शन
एक साथ कटनी और सतना में भी एक्शन हुआ। कटनी में BJP नेता और जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा के घर, उनकी खदानों और होटल पर रेड पड़ी। उनके भाइयों के ठिकानों को भी खंगाला गया। टैक्स चोरी और डिस्प्रोपोर्शनेट एसेट्स के शक में ये कार्रवाई हुई। अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया, लेकिन जांच जारी है और विभाग में खलबली मची हुई है।
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