शहडोल भेजा गया बालाघाट का घटिया चावल

सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। बालाघाट रेलवे स्टेशन से गत 13 नवंबर को 25 हजार क्विंटल चावल से भरी एक रेंक शहडोल रवाना की गई है। इस रेंक में भेजा गया चावल ज्यादातर अमानक स्तर का दिखाई दिया है। भेजे गये चावल के बोरों में से लिये गये नमूनों को देखने से ही चावल की क्वालिटी अमानक और संदेहास्पद प्रतीत होती है। इस रेक से भेजा गया अधिकाश चावल निर्धारित गुणवत्ता और ब्रोकन मिश्रण के मापदण्ड अनुसार नही है।

पिछले 2 वर्ष पूर्व जबलपुर में मार्कफेड द्वारा उपयोग के ना काबिल, रिजेक्टेड धान को बालाघाट के राईस मिलर्स ने खरीदा था खरीदी गई क्रांति धान से जिसकी पैदावार बालाघाट जिले में नही होती रिसाईकिलींग कर चावल बनाया गया और उसे ही नागरिक आपूर्ति निगम को तौल दिया गया।

ऐसा ही चांवल शहडोल भिजवाया गया है विभागीय निर्देशों के अनुसार रिसाईकिलिंग किया गया चंावल प्रदाय करना और खरीदना प्रतिबंधित है इसके बावजूद परस्पर सांठगांठ के चलते चावल खरीद लिया गया।

यह उल्लेखनीय है कि जिले के कटंगी स्थित वेयर हाउस में लगभग 50 हजार क्विंटल चंावल जो की उपयोग के काबिल नही है और जिसे निगम द्वारा अपग्रेड करने की कार्यवाही की जा रही है।

जिले में ऐसे अमानक स्तर चांवल की खरीदी भारी कमीशन लेकर की गई ह अब अन्य जिलों को भेजकर खरीदे गये चांवल को खपाने की जुगत की जा रही है रेंक में भेजा गया चांवल वारासिवनी कटंगी और बालाघाट के राईस मिलर्स द्वारा प्रदाय किया गया है।

नागरिक आपूर्ति निगम जिला प्रंबंधक राकेश चौधरी को रैंक के भेजे जा रहे चांवल की गुणवत्ता और अमानक होने के संबंध में अवगत कराया गया तो उन्होने कहा की भेजा गया चावंल अमानक स्तर का नही है इसकी गुणवत्ता की जांच विभिन्न टीमों के द्वारा की जा चूकी है। उन्होने यह भी अवगत कराया की शहडोल के जिला प्रबंधक को यह सदेंश भेज दिया गया है कि यदि भेजी गई रैंक में चांवल की क्वालिटी पाई जाती है तो उसे अमान्य कर दें।
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