शहडोल चुनाव: ज्ञान सिंह का ऐलान होते ही आॅफिस में ताला लगाकर चले गए भाजपाई

राजेश शुक्ला/अनूपपुर। शहडोल लोकसभा उपचुनाव में प्रत्याशी के रूप में अजाक मंत्री ज्ञान सिंह का नाम तय होने की खबरों के साथ ही अनूपपुर जिले में सन्नाटा छा गया। न कहीं पटाखे फूटे और ना ही कहीं कार्यकर्ताओं में उत्साह दिखा। देर शाम तक जिला मुख्यालय सहित कोतमा, राजेंद्रग्राम सहित अन्य स्थानों पर भाजपा कार्यालयों में भी गतिविधि शून्य दिखी। सबसे तीखी प्रतिक्रिया पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में देखने को मिली जहां कार्यकर्ताओं में यहां बैठक लेने पहुंचे प्रचारकों को जम कर खरी-खोटी सुनाई। इस क्षेत्र में चुनाव संचालन के लिए खोले गये कार्यालयों में ताले लगने की सूचना है। 

चुनाव कार्यालय में ताला लगा दिया
ज्ञान सिंह के नाम का ऐलान होते ही पुष्पराजगढ़ के भाजपा कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई। इसका उदाहरण जब देखने को मिला तो एक दिन पूर्व यहां लोकसभा संसदीय कार्यालय का शुभारंभ हुआ था, ज्ञान सिंह को भाजपा प्रत्याशी बनाये जाने की खबर के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में ताला लगाकर चले गये। 

पुष्पराजगढ़ में बगावत 
इस तरह से स्थानीय कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध पार्टी को जता दिया है। जिसकी आशंका लगातार अखबारों में आती रही है कि पुष्पराजगढ़ के मतदाताओं के साथ पार्टी कार्यकर्ता भी अब लामबंद हो चुके है। जिसका नतीजा भाजपा एक दिन पहले खुला भाजपा कार्यालय में ताला बंद  कर दिया। जिसके शुभारंभ में महाकौशल प्रान्त के संगठन मंत्री अतुल राय, उपविधान सभा प्रभारी जनपद अध्यक्ष पुष्पराजगढ़ हीरा सिंह श्याम, जिला अध्यक्ष रामदास पुरी, नगर पंचायत अमरकंटक अध्यक्ष रज्जु नेताम, नवल नायक एवं भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे है। 

वयोवृद्ध हैं भाजपा प्रत्याशी
कांग्रेस की युवा प्रत्याशी के मुकाबले में भाजपा ने 70 वर्षीय अजाक मंत्री ज्ञान सिंह पर अपना दांव लगाया है और जीत की सपना देख रही है। भाजपा के एक नेता ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी 65-70 के बाद राजनितिक रिटायरमेंट की सलाह देकर पूर्व गृह मंत्री बाबू लाल एवं पूर्व वन मंत्री जी को रिटायरमेंट का रास्ता दिखा चुके हैं। वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री एक थके हुए वृद्ध प्रत्याशी पर अपना दाव लगाकर भाजपा के विजय रथ को रोकने का प्रयास कर मोदी जी के सपनों को तोड़ रहे हैं। जो भाजपा के हार का कारण बन सकता है।

सुदामा के पराजय के कारणों की हो समीक्षा 
पुष्पराजगढ़ भाजपा के एक युवा नेता ने अमरकंटक में स्थापित एक नेता की ओर नाम लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि अब पुष्पराजगढ़ के पूर्व विधायक सुदामा सिंह की पराजय की भी समीक्षा होनी चाहिए। सुदामा सिंह को 2013 के चुनाव में योजनाबद्ध तरीके से कुछ वरिष्ठ नेताओं के इशारे पर हराया गया। अब उनकी इसी हार को आधार बनाकर उनकी टांग खींचने की साजिश की जा रही है, जिसका जवाब इस चुनाव में दिया जायेगा। 

सीएम के खिलाफ साजिश है
कार्यकर्ताओं ने लोकसभा संचालन समिति के पदाधिकारियों के आचरण पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन पर क्षेत्र में गुटबाजी बढ़ाने और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विरूद्ध साजिश करने का भी आरोप लगाया। लोगों ने कहा कि यह चुनाव हारने पर मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में होगी, प्रत्याशी चयन में निष्पक्षता न बरतना इसी बात का परिचायक है।

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