सर्जिकल स्ट्राइक पर बच्चन बोले: ये समय सवाल उठाने का नहीं

मुंबई। 'सर्जिकल स्ट्राइक' को पॉलिटिकल इश्यू बना लेने वालों को अमिताभ बच्चन ने सलाह दी है कि यह समय सवाल उठाने का नहीं बल्कि सेना के साथ खड़े दिखने का है। वो भारत में लगाई गई पाकिस्तानी कालाकारों पर पाबंदी के संदर्भ में भी बोल रहे थे। उनका आशय था कि कलाकारों को सीमाओं में नहीं बांधना चाहिए, परंतु जब तनाव के हालात हों तो कलाकारों को भी सीमाओं में वापस चले जाना चाहिए। 

अपने जन्मदिन के उपलक्ष्य में यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इस आशय के सवाल का जवाब देते हुए अमिताभ ने यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि वे कलाकारों का सम्मान करते हैं। उरी हमले के बाद राज ठाकरे के नेतृत्व में मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर आपत्ति जताई थी।

बच्चन से पूछा गया कि भारत में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों के मुद्दे पर क्या बॉलीवुड बंटा हुआ तो उन्होंने कहा, ‘‘मेरा आपसे हाथ जोड़कर निवेदन है कि ऐसे सवाल पूछने के लिए यह सही समय नहीं है।’’ आज 74 साल के हो गए बच्चन ने कहा कि सीमा पर हालात के मद्देनजर सभी को भारतीय सैनिकों के साथ एकता दिखानी चाहिए। 

उन्होंने कहा, ‘‘देश गुस्से से भरा हुआ है, सीमा पर जो कुछ भी हो रहा है उससे देश के लोग बेहद गुस्से में है।’’ बच्चन ने कहा, ‘‘यह समय हमारे जवानों और सैन्य बलों के साथ एका दिखाने का है जो हमें सुरक्षित करने के लिए अपने जीवन का बलिदान कर रहे हैं। सवाल इसी पर आधारित होना चाहिए।’’ 

जब उनसे पूछा गया कि किसी देश विशेष के कलाकारों पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए या नहीं तो उन्होंने कहा, ‘‘इस सवाल का जवाब मैं पहले ही दे चुका हूं। मैं सभी कलाकारों का सम्मान करता हूं।’’ बच्चन ने इन रिपोटरें को खारिज किया जिनमें कहा गया था कि बच्चन उरी के शहीदों के लिए गीत गाने वाले हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह सही नहीं है। मैं नई दिल्ली में था जब किसी सांसद ने मेरे द्वारा गाई गई हनुमान चालीसा, गणपति आरती की तारीफ की और कहा कि मुझे उनके के लिए भी गाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि आपको गाना चाहिए और खबरों में आया कि मैं गाना गाऊंगा।’’ 

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