
यह मंदिर अपनी ऊंचाई, वनों और थीम पार्क समेत कई मामलों में अनूठा होगा। दास ने बताया कि थीम पार्क में लाइट और साउंड के साथ ही व्रज मंडल परिक्रमा शो और लेजर शो आकर्षण का केंद्र होंगे। इसके अलावा इस पार्क में यमुना क्रीक, म्यूजिकल फाउंटेन, दिन-रात नौका विहार और बगीचे होंगे। इसके अलावा 12 वन मधुवन, तालवन, कुमुदवन, बहुलवन, काम्यावन, खादिरवन, वृंदावन, भद्रवन, बिल्ववन, लोहावन, भांडीरवन और महावन भी विकसित किए जाएंगे।
इस्कान ने इस मंदिर के निर्माण का बीड़ा उठाया है। इस पर 700 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इसे 2022 तक तैयार कर लिए जाने की उम्मीद है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर होगा और इसकी ऊंचाई करीब 700 फीट या 210 मीटर होगी। यह नई दिल्ली में स्थित कुतुबमीनार (72.5 मीटर) से तीन गुना ऊंचा होगा।