रतलाम। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी के अनुसार सरकारी आयोजनों के आमंत्रण-पत्रों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के नाम जरूरी नहीं हैं, हां प्रोटोकॉल के तहत उन्हें आमंत्रित जरूर किया जाना चाहिए। बता दें कि आमंत्रण-पत्रों में नाम ना होने को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि अक्सर आपत्तियां उठाते रहते हैं। इसमें भाजपा के जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी शनिवार को यहां बंद कपड़ा मिल के श्रमिकों को पुनर्वास योजना के चेक बांटने आईं थीं। इस दौरान कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया ने आमंत्रण-पत्र में अतिथि के रूप में अपना नाम नहीं छापने का मुद्दा उठाया।
इसका जवाब देते हुए ईरानी ने कहा- प्रोटोकॉल कहता है सांसद को निमंत्रण जाए लेकिन नाम छापना जरूरी नहीं। वैसे भी संस्कार कहते हैं शूरवीर वो है जो नाम के छपने का मोहताज न हो। ईरानी ने किसी टीचर की तरह जवाब दिया, कांतिलाल भूरिया किसी स्टूडेंट की तरह सहम कर रह गए।