भोपाल। राजधानी के ऑटो चालकों का मनमाना किराया तो दूर दूर तक कुख्यात हो गया है। दूसरे शहरों से आए यात्रियों को तो चंगुल में फंसाकर मनमाना किराया वसूलते ही हैं, लोकल और पहचान वाले यात्रियों को भी लूटने से बाज नहीं आते। ऐसा ही एक मामला नापतौल की जांच में सामने आया।
रमेश शर्मा ने नेहरू नगर से डॉक्टर एनपी मिश्रा के यहां पर जाने के लिए ऑटो लिया। रोशनपुरा चौराहे पर पहुंचते ही नापतौल और ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने रोका। ऑटो में बैठे रमेश से पूछा गया चालक ने कितना किराया लिया है। इस पर उन्होंने कहा- महज 200 रुपए लिए हैं। चालक मोहल्ले का है। यदि दूसरे ऑटो से जाते तो शायद ज्यादा किराया लगता। इस पर नापतौल निरीक्षक डीएन शाह ने कहा कि 5 किमी का किराया 200 रुपए कैसे हो सकता है। यह तो ज्यादा है। सुन कर चालक ने कहा साहब डॉक्टर के यहां जा रहे हैं, जल्दी जाने दो।
मीटर की जांच के बाद पता चला कि मीटर खराब है। पिछले एक साल से कोई सील ही नहीं कराई गई है। ऑटो जब्त कर ट्रैफिक पुलिस के हवाले कर दिया। बता दें कि 5 किलोमीटर का किराया 75 रुपए से ज्यादा नहीं हो सकता।
पुलिस करती है मदद
आॅटो चालकों की मनमानी में पुलिस पूरी मदद करती है। राजधानी के हर चौराहे पर ट्रेफिक कंट्रोल करती पुलिस मिल जाती है लेकिन प्री पेड बूथ पर कभी कोई पुलिसकर्मी नहीं मिलता। नापतौल विभाग के नियंत्रक एके जैन ने बताया कि बुधवार को पुलिस बल नहीं मिल पा रहा है। इसलिए जांच अभियान अपनी गति से नहीं चल पा रहा है।