
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने बीते सोमवार को इंटरव्यू के दौरान कहा ‘टेक्टिकल हथियार जो हैं, जो हमने यह प्रोग्राम डेवलप किया हुआ है। ये अपने हिफाजत के लिए डेवलप किया हुआ है। हमने डिवाइस शोपीसेस की तरह तो नहीं रखे हुए हैं। हमारी सलामती को खतरा हुआ तो हम नेस्तानाबूत कर देंगे उनको।’ आसिफ से जब यह सवाल किया गया कि भारत के साथ युद्ध होने की स्थिति में क्या परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया जाएगा, उन्होंने कहा ‘यह हालात पर निर्भर करता है। हमारे अस्तित्व पर संकट आने की स्थिति में हमें सभी हथियारों का इस्तेमाल करना चाहिए। इसमें डरने की क्या बात है?’
मोदी की नरमदिली या अमेरिका के दवाब में कायरता
पाकिस्तान सरकार की ओर से लगातार आ रहे उकसाने वाले बयानों के बावजूद मोदी सरकार का पाकिस्तान के प्रति नरम दिल रहना अब सवालों की जद में आ गया है। सवाल यह है कि यह केवल नरमदिली है या अमेरिका के दवाब में साधी जा रही चुप्पी। बता दें कि अमेरिका लगातार इस मामले में दखल दे रहा है। वो पाकिस्तान को डपटने का नाटक करता है और मोदी की तारीफ करते हुए भारत को धमकाता भी है।