
फैसले की जानकारी देते हुए पीएमओ में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि आतंकवाद पीड़ितों के लिए मुआवजे की रकम बढ़ाई जाएगी। उन्होंने जोड़ा कि यह मुआवजा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों के लिए भी है। पाक की ओर से होने वाली गोलीबारी में हुई मौतों के लिए मुआवजे की मांग काफी लंबे समय से हो रही थी।
पांच लाख रुपये का मुआवजा
कैबिनेट ने गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिवारवालों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है। पाकिस्तान की ओर से 220 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा और 770 किलोमीटर की नियंत्रण रेखा पर लगातार गोलीबारी होती रहती है। हर साल इस गोलीबारी में औसतन 50 लोग मारे जाते हैं। राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने ये भी बताया कि फायरिंग में घायल होने के कारण 50 फीसदी अपंगता की स्थिति में भी यह मुआवजा दिया जाएगा।
नक्सली हिंसा पीड़ितों को भी पांच लाख मुआवजा
इसके साथ ही नक्सली हिंसा और सांप्रदायिक हिंसा में मारे जाने वालों के परिवार को मिलने वाले मुआवजे में भी बढ़ोत्तरी की गई है। मुआवजे की यह राशि बम और बारूदी सुरंगों के धमाके के पीड़ितों को भी मिलेगी। मुआवजा राशि को बढ़ाकर तीन लाख रुपये से पांच लाख रुपये कर दिया गया है। यह राशि केंद्रीय योजना एसआरई स्कीम के तहत मिलने वाली एक लाख रुपये की मुआवजा राशि से अलग होगी।