
नोएडा पुलिस को जब इस फर्जीवाड़े की सूचना मिली तो पुलिस के आला अधिकारी भी करोड़ों रूपये की इस ठगी से हैरान रह गए। पुलिस ने फौरन एक एसआईटी का गठन कर मामले की जांच टीम को सौंप दी। स्पेशल टीम ने पुख्ता तौर पर कर्मचारियों के बारे में जानकारी जुटाई। सभी के गोवा में होने की सूचना पर टीम ने गोवा में मस्ती करते हुए सभी कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया।
जांच में पता चला कि ये कंपनी खासकर ऐसे रिटायर बुजुर्गों को अपना निशाना बनाती थी जिन्होंने पहले से बीमा ले रखा है। फिर बोनस के नाम पर उन्हें अपनी प्रचलित बीमा पॉलिसी बंद कर नई पॉलिसी बेच दी जाती थी। बोनस में लालच में व्यक्ति समझ ही नहीं पाता था कि उसके साथ ठगी हो रही है।
बता दें कि आरोपी कर्मचारियों ने महज तीन महीने में लोगों को झांसा देकर पांच करोड़ रुपये की काली कमाई कर ली थी। कंपनी ने इन सभी कर्मचारियों को इनकी ठगी की मेहनत से नवाजते हुए इन्हें मौज-मस्ती करने के लिए गोवा भेज दिया था।