राज्यसभा में उठा कर्मचारियों की भविष्यनिधि से छेड़छाड़ का मामला

नई दिल्ली। राज्यसभा में गुरुवार क माकपा ने सरकार के भविष्य निधि की राशि को वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष में लगाने के कथित प्रस्ताव का मुद्दा उठाया और कहा कि पेंशन कोष बनाना सरकार का जिम्मा है तथा कर्मचारियों के पूरे जीवन की बचत से किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। माकपा के तपन कुमार सेन ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि भविष्य निधि कर्मचारियों की बचत होती है और इस बचत का पैसा गलत तरीके से बाजार में निवेश किया जा रहा है।

यह राशि कर्मचारियों की है सरकार की नहीं 
उन्होंने कहा कि सरकार भविष्य निधि की राशि को वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष में लगाने के लिए जब प्रस्ताव ले कर आई थी तब से इस प्रस्ताव का विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह राशि कर्मचारियों की है सरकार की नहीं है। पेंशन कोष बनाने पर आपत्ति नहीं है लेकिन यह कोष बनाना सरकार की जिम्मेदारी है।

विरोध में कर्मचारी ट्रेड यूनियनें हड़ताल करने जा रहे
सेन ने कहा कि बैंकों में भविष्य निधि की करीब पांच लाख करोड़ रूपये की राशि है जिससे छेड़छाड़ कतई नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार के इस प्रस्ताव के विरोध में कर्मचारी ट्रेड यूनियनें हड़ताल करने जा रही हैं।

सरकार जो कर रही है वह उचित नहीं
माकपा सदस्य ने इस मुद्दे का शीघ्र समाधान करने की मांग की। विभिन्न दलों के सदस्यों ने इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध किया। कांग्रेस के पी भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार जो कर रही है वह उचित नहीं है। वह पेंशन कोष बनाए लेकिन भविष्य निधि से कोई छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।

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