कोटा। भाजपा कार्यकर्ता इन दिनों उबल रहे हैं। उनका आक्रोश किस स्तर तक पहुंच चुका है इसका नजारा आज कोटा में देखने को मिला जब मंत्री समूह कार्यकर्ताओं से मिलने आया। जिस तरह का आक्रोश भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंत्री समूह के सामने प्रकट किया, वो ना केवल चौंकाने वाला था बल्कि भाजपा की नींव हिला देने वाला था।
ढाई साल बाद कार्यकर्ता का मन टटोलने आए भाजपा के मंत्री समूह को कोटा के नाराज कार्यकर्ता के तीखे आक्रोश का सामना करना पड़ा। तीन मंत्रियों बाबूलाल वर्मा, रामप्रताप और यूनुस खान के साथ भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नंदकिशोर सोलंकी के सामने कोटा में कार्यकर्ताओं ने शिकायतों का अंम्बार लगा डाला।
खुश तो सांसद और विधायक भी नजर नहीं आ रहे थे, लेकिन नाराज कार्यकर्ता तो पूरी तरह से मुखर थे। आखिर कोटा से जाने से पहले मंत्री समूह की अगुआई कर रहे युनूस खान को कहना पड़ा कि हम इन शिकायतों के आधार पर कोटा से कुछ अधिकारियों को हटाने और कुछ के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुशंषा करने वाले हैं।
मंत्री समूह ने अपने दौरे के पहले दिन यानि शुक्रवार को भामाशाहमंडी परिसर में खुले मंच से बूथ सम्मेलन किया और विधानसभावार टेबलें लगाकर कार्यकर्ता का मन टटोलना चाहा तो गुस्से और आक्रोश का उबाल देखकर हैरान रह गए। आखिर दूसरे दिन यानि शनिवार को अग्रवाल सेवा सदन में प्रबुद्धाजन संगोष्ठी के बहाने बंद कमरे में वन-टू-वन फीडबेक लेने की कोशिश कि तो हंगामे ही होने लग गए।
जैसे-तैसे ये फीडबेक का काम पूरा हुआ तो दौरे का अंतिम चरण और भी विस्फोटक रहा प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक में प्रहलाद गुंजल ने सरकार को सरासर फेल करार देते हुए पूछा कि क्या मंत्री समूह को कोटा में एक भी संतुष्ठ कार्यकर्ता मिला ? तो इससे पहले विधायक राजावत ने भी संकेत करने का प्रयास किया कि स्थानीय अधिकारियों को अपने तौर-तरीके दुरुस्त करने होंगे। क्योंकि, कार्यकर्ता को ये लगना चाहिए कि राज उनके दल का है। फिलहाल संगठन की तरफ से मंत्री समूह में शामिल उपाध्यक्ष नंदकिशोर सोलंकी कह रहे हैं कि दौरे की पूरी रिपोर्ट सरकार के साथ ही साथ संगठन को भी पहुंचाई जाएगी।