
शून्यकाल में भाजपा के गिरीश गौतम ने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान अक्सर हंगामा होने से हम अपनी बात नहीं रख पाते और न ही हमारे सवाल चर्चा में आ पाते हैं। इसके लिए एक व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। भाजपा के ही अनिल फिरौजिया का कहना था कि प्रश्नकाल को बाधित करने में विपक्ष के साथ कुछ हमारे लोग भी शामिल हैं। प्रश्नकाल में हम अपनी बात नहीं रख पाते ऐसे में हम अपनी बात कहां रखे। हम भी चुनाव जीतकर आए हैं, जनता के प्रति हमारी भी जबाबदारी है।
भाजपा के ही मोहन यादव ने कहा कि कुछ लोग गर्भगृह मे आ जाते हैं। उनका कहना था कि प्रश्नकाल बाधित न हो इसके लिए अध्यक्ष को व्यवस्था बनानी चाहिए। अध्यक्ष न सदस्यों की बात से सहमत होते हुए कहा कि वे कल वरिष्ठ सदस्यों से बात इस पर ठोस व्यवस्था बनाने का प्रयास करेंगे।