
प्रश्नकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी विधायक पन्नालाल शाक्य ने अपने विधानसभा क्षेत्र में संचालित गौशालाओं के बारे में जानकारी मांगी। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी विधायकों के पत्रों का समय पर जवाब नहीं देते। इस पर मंत्री आर्य ने कहा कि वे इस बारे में अधिकारियों को निर्देश जारी करा रहे हैं। इसी बीच गौर ने मंत्री द्वारा दिए गए जवाब का संदर्भ देते हुए कहा कि जिले में दो साल से क्रियाशील गौशालाओं को कितना अनुदान दिया गया है और क्या उनके निरीक्षण के लिए किसी अधिकारी को भेजा गया है।
इस पर मंत्री आर्य ने गुना जिले में 14 क्रियाशील गौशालाएं होने की जानकारी देते हुए कहा कि अधिकारी समय-समय पर उनका निरीक्षण करते हैं। मंत्री के जवाब से पूरी तरह असंतुष्ट दिखे गौर ने कहा कि उन्हें कितना अनुदान दिया गया है, ये बताया जाए और साथ ही निरीक्षण के बारे में भी पूरी जानकारी दी जाए। गौर के तेवर देखते हुए कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्र को संबोधित करते हुए बीच में कुछ बोलने की कोशिश की, लेकिन गौर ने उन्हें ये कहते हुए चुप करा दिया कि वे अपनी पैरवी स्वयं कर लेंगे।
दोनों पक्षों की हल्की-फुल्की नोंक-झोंक के बीच अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा ने कहा कि मंत्री मामले की जानकारी उपलब्ध करा देंगे लेकिन, गौर ने जोर देते हुए कहा कि ये तरीका ठीक नहीं है। गौर ने एक बार फिर पूछा कि जानकारी कब तक उपलब्ध कराई जाएगी। गौर के लगातार सवाल पर मंत्री आर्य ने कहा कि जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।