झाबुआ। मेघनगर विकासखंड के ग्राम केलकुआं में नवीन प्राथमिक स्कूल खोले जाने की मांग लेकर कलेक्टर से मिलने आए ग्रामीणों के साथ पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया भी पहुंच गए। कलेक्टर पहले तो उन्हें पहचान नहीं पाई और दूर खड़े रहने को कह दिया। जब भूरिया ने अपना परिचय दिया तो बोली आप यहां राजनीति करने आए हों। इस बात को लेकर दोनों में कुछ देर बहस भी हुई। मामला मंगलवार दोपहर का है।
दरअसल ग्राम केलकुआं में स्कूल नहीं होने से ग्रामीण अपने साथ 40-50 बच्चों को लेकर जिला मुख्यालय आए थे। कलेक्टोरेट गेट पर उन्हें खड़ा देख थांदला के पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया उनके पास पहुंचे और उनकी समस्या जानी। इसके बाद वे ग्रामीणों को कलेक्टर डॉ. अरुणा गुप्ता के पास ले गए। पूर्व विधायक भूरिया जब उन्हें समस्या बताने लगे तो कलेक्टर ने उन्हें दूर खड़े रहने को कह दिया। पूर्व विधायक को यह बात नागंवार लगी, उन्होंने कहा मैं थांदला का एक्स एमएलए हूं। इस पर कलेक्टर ने कहा- आप इस तरह बच्चों को लाकर यहां राजनीति करेंगे।
पूर्व विधायक बोले मेरे विधानसभा क्षेत्र का मामला है और ये लोग बाहर खड़े थे इसलिए इनके साथ आया हूं। भूरिया ने खड़े होकर सभी अधिकारियों की ओर हाथ करते हुए कहा- यहां जिले के सारे अधिकारी बैठे हैं और ये सारे मुझे जानते हैं। वीरसिंह भूरिया ने कभी कोई गलत काम किया हो तो ये बता दें। मैं मेरे क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ आया हूं समस्या का निराकरण कराने। कुछ देर तक चली बहस के बाद मामला शांत हुआ।
कलेक्टर का व्यवहार सही नहीं था
मैं अपने क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ उनकी स्कूल खोले जाने की मांग को लेकर कलेक्टर से मिलने गया था। उनका व्यवहार सही नहीं था। इस संबंध में सांसद कांतिलाल भूरिया व जिपं अध्यक्ष कलावती भूरिया से चर्चा करेंगे। जरूरत पड़ी तो आगे आंदोलन किया जाएगा।
वीरसिंह भूरिया, पूर्व विधायक, थांदला
बच्चों को इस तरह लाना नियम का उल्लंघन
पूर्व विधायक महोदय स्वयं भी आ सकते थे लेकिन वे साथ में छोटे बच्चों को लेकर आए। यह उचित नहीं है। छोटे बच्चों को लेकर आना बाल संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन है। जहां तक स्कूल खोलेने की मांग है तो बीआरसी से स्थल निरीक्षण करवाकर प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।
अरुणा गुप्ता कलेक्टर