
सद्दाम का कहना है वह दो दिन पहले अस्पताल आया था। पर्ची कटाने के लिए वह लाइन में लगा और काफी देर इंतजार के बाद उसका नंबर आया। दो बार पर्ची कटाने के बाद भी इलाज नहीं मिला। इस कारण परेशान होकर यह कदम उठाया।
पैर फ्रेक्चर होने पर इलाज कराने आया, डॉक्टरों ने पीटकर भगाया
सद्दाम का कुछ दिन पहले पैर फ्रैक्चर हो गया था। वह एमवाय अस्पताल में इलाज कराने के बाद खंडवा लौट गया। जब दवाइयों से फायदा नहीं हुआ तो शनिवार को डॉक्टर को दिखाने एमवाय अस्पताल आया था। उसका आरोप है कि शनिवार को डॉक्टर ने इलाज नहीं किया। रविवार को लाइन में लगकर पर्ची कटाई।
डॉक्टर ने इलाज के नाम पर झगड़ा किया और मारपीट कर भगा दिया। रविवार को जब फिर पर्ची कटाकर इलाज कराने आया तो डॉक्टर ने फिर पीटा। इलाज नहीं मिलने के कारण ओपीडी में ही हाथ की नस काट ली। जब उसे इलाज के लिए कैजुअल्टी लेकर आए तो पैर की नस भी काट ली।
अब अस्पताल वाले एडमिट नहीं कर रहे
सद्दाम का आरोप है कि अस्पताल वाले उसे एडमिट नहीं कर रहे है। अस्पताल प्रबंधन मुझे फिर से भगा देगा। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।