
मध्य रेलवे में महानिदेशक एसके सूद ने बताया, ‘‘हमने प्रशासन के आग्रह अनुरूप लातूर जिला कलेक्टर को बिल भेजा है। ‘जलदूत’ के नाम से पानी की पहली ट्रेन पश्चिमी महाराष्ट्र के मिराज से 11 अप्रैल को चली थी और तकरीबन 342 किलोमीटर का फासला तय कर अगले दिन 12 अप्रैल को लातूर पहुंची थी। पहले 10 वेगन की ट्रेन चली। उसकी नौ खेप पूरी होने के बाद 50 वेगन वाली ट्रेन चलाई गई।