IPS पुष्कर आनंद महिला DSP के यौनशोषण मामले में दोषी पाए गए

पटना। अपने महिला सहकर्मी से यौन शोषण करने के आरोप में माउंटेड मिलिट्री पुलिस आरा के कमांडेंट और आईपीएस अधिकारी पुष्कर आनंद पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। सीआईडी की जांच में पुष्कर के दोषी पाये जाने के बाद वो कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं। पुष्कर पर वर्ष 2014 में आरोप लगा था जब वो कैमूर के एसपी थे।

उस समय भभुआ की तत्कालीन महिला एसडीपीओ निर्मला कुमारी ने उन पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण का आरोप लगाया था। मामले की जांच करने के बाद सीआईडी ने पुष्कर के खिलाफ आरोपों को सही पाया है। इसकी जानकारी और पुष्टि राज्य के डीजीपी पीके ठाकुर ने की है। डीजीपी ने यह भी कहा कि पुष्कर को निश्चित तौर पर गिरफ्तार किया जाएगा इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

पुष्कर 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जबकि निर्मला 2005 बैच की बिहार पुलिस सेवा की अफसर हैं। एक ही जिले में तैनात दो अफसरों के बीच हुए इस विवाद के बाद से पूरा पुलिस महकमा सन्न रह गया था। मामले की पीड़िता निर्मला कुमारी ने कैमूर में बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया के सामने एसपी पर शादी का झांसा देकर शोषण का आरोप लगाया था। इसके बाद विभाग ने दोनों अफसरों का अलग-अलग जिलों में तबादला कर दिया था। बिहार में संभवत: यह पहला मामला होगा जब किसी आईपीएस अधिकारी को एक महिला पुलिस ऑफिसर के शोषण के मामले में गिरफ्तार किया जाएगा।

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