
आज यहां जारी अपने बयान में श्री मिश्रा ने इन संगठनों की अधिकृत बेवसाईड में मौजूद अपने हाथों में भगवा ध्वज लिये भारत माता की तस्वीर जारी करते हुए जनता-जर्नादन से आग्रह किया है कि वे भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में काम करने वाले इन तथाकथित राष्ट्रवादी संगठनों से इस खुलासे के बाद यह पूछे कि भारत माता और राष्ट्रवाद के नाम पर समूचे देश में प्रायोजित ढंग से घृणा का वातावरण फैलाने वाले इन संगठनों को तिरंगे से इतना परहेज क्यों है? उन्होंने कहा कि तिरंगे को नकारना भी राष्ट्रद्रोह की परिधि में आता है। लिहाजा, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और विहिप के अतंर्राष्ट्रीय अध्यक्ष जी. राघव रेड्डी के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के अपराध में मामला पंजीबद्ध किया जाये।