लखनऊ। राजधानी की ऐतिहासिक धरोहर छत्तर मंजिल की खुदाई में अंडरग्राउण्ड सिटी का खुलासा हुआ है। 1781 में बना छत्तर मंजिल 27 बिल्डिंगों से इंटरकनेक्ट है। पुरातत्व विभाग के मुताबिक मुगलों के समय बसाया गया यह शहर 350 फीट गहरे टनल से होकर जाता है। पूरी खुदाई होने पर यह ऐतिहासिक अंडरग्राउंड शहर पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा.
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ आर्किटेक्चर की एक टीम ने छत्तर मंजिल के नीचे एक सुरंग और एक नहर को खोजा था। यह सुरंग छत्तर मंजिल पैलेस को गोमती नदी से जोड़ता है और पानी ले आने के रास्ते को दिखता है। टीम के मुताबिक इस सुरंग के दोनों तरफ कई चैम्बर हैं। जिन्हें मोडूलर ईंटों की सहायता से बंद किया हुआ है। संरक्षण आर्किटेक्ट कुमार कार्तिकेय के मुताबिक या तो इन चैम्बरों को ब्रिटिश काल में बंद किया गया या तो सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टिट्यूट ने इसे बंद किया। आगे की खुदाई में अन्य रहस्य भी सामने आएंगे। उसके बाद हुयी खुदाई के बाद अब यह बात सामने आयी है कि फ्रेंच आर्किटेक्ट का बेमिसाल नमूना छत्तर मंजिल पैलेस के नीचे पूरा एक शहर बसा हुआ था।