
नई सुविधा के प्रति जागरूकता को देखते हुए सभी मौजूदा आपातकालीन सेवाओं के नंबर इसकी शुरुआत के एक साल के भीतर हटा दिए जाएंगे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि टेलीकॉम ने एक आपातकालीन नंबर 112 संबंधी ट्राई के सुझाव को स्वीकार कर लिया है. अब इसका मसौदा टेलीकॉम विभाग की ओर से तैयार किया जाएगा और इसे टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद की मंजूरी की जरूरत होगी. यह कुछ ही महीनों में शुरू हो जाएगी.
देश में आपातकालीन सुविधाओं के लिए कई तरह के नंबर हैं जैसे पुलिस के लिए 100, अग्निशमन विभाग के लिए 101, एंबुलेंस के लिए 102 और आपातकालीन आपदा प्रबंधन के लिए 108. इसके अलावा कई राज्यों में नागरिकों की विशेष श्रेणी की सहायता के लिए अलग-अलग नंबर हैं जैसे दिल्ली में महिलाओं के लिए 181, बच्चे और महिलाओं के गुम होने के लिए 1094, उत्तर प्रदेश में पुलिस हेडक्वार्टर हेल्पलाइन 1090 आदि.
अब जरूरतमंद लोगों को सिर्फ 112 पर कॉल करनी होगी जो सहायता के लिए तुरंत संबंधित विभाग को निर्देश देगा. एसएमएस के जरिए भी सूचना दी जा सकेगी और सिस्टम में संदेश कॉल करने वाले व्यक्ति की जानकारी भी आ जाएगी. स्थान की जानकारी नजदीकी सहायता केंद्र के साथ साझा की जाएगी.