इंदौर। एक प्रदर्शन के दौरान बुधवार दोपहर नगर निगम परिसर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की पुलिस और निगम के बाउंसरों ने पिटाई कर दी। इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा अन्य लोग भी घायल हुए। आप नेताओं ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान बाउंसरों और पुलिस ने लाठियां चलाईं। दिव्यांगों, बुजुर्गों और महिलाओं को पीटा। आप कार्यकर्ता उन लोगों के साथ पहुंचे थे जिन्हें निगम ने विस्थापित किया है।
इधर, निगम का कहना था कि आप का प्रदर्शन गलत था, क्योंकि उसकी अनुमति नहीं ली गई थी और प्रदर्शनकारी धारा-144 का उल्लंघन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने रास्ता बंद कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों के कांच फोड़ दिए। निगम परिसर में हुई पिटाई के विरोध में गुरुवार को आप कार्यकर्ता प्रदेशभर के संभागों में प्रदर्शन करेंगे।
पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल, संभागीय संयोजक युवराजसिंह चौहान, महिला संयोजक लक्ष्मी चौहान और मीडिया प्रभारी हेमंत जोशी के साथ सैकड़ों लोग निगम में प्रदर्शन करने पहुंचे थे। उनका कहना था कि बस्तियों और अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान जिन परिवारों को अहीरखेड़ी, बांगड़दा या भूरी टेकरी शिफ्ट किया जा रहा है, वहां मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। खराब पानी पीने के कारण 35 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई। बिजली नहीं रहती। गंदगी के कारण लोग बीमार हो रहे हैं। निगम ने विस्थापितों को शहर के बीच से उठाकर बाहर भेज दिया है लेकिन उनके आने-जाने की चिंता नहीं की। विस्थापित परिवारों को सिटी बस पास दिए जाना चाहिए।
निगम के बाउंसर और भाजपा के गुंडों ने पीटा
पार्टी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कार्यकर्ता और लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए गए थे लेकिन वहां निगम के बाउंसर और भाजपा के गुंडों ने निहत्थे लोगों पर निर्दयता से हमला किया। मारपीट की गई जिससे कार्यकर्ता और महिला-पुरुष घायल हुए। बाउंसरों ने 60 साल के दिव्यांग गंगाराम को पीटा, जिससे उसकी नाक से खून बहने लगा। पार्टी का आरोप है कि निगम के बाउंसरों ने उन्हें घसीटा।