
होशंगाबाद बाबई की कस्बा बस्ती तवानगर में रहने वाला युवक रज्जू गांव की ही एक युवती से प्रेम करता था, जो युवती के परिजनों को नागवार गुजरा. इसी के चलते एक बार युवक पर छेड़छाड़ का मामला भी दर्ज कराया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी युवक नहीं माना. रज्जू 17 मार्च को युवती से मिलने चुपचाप उसकी छत पर चला गया. जब युवती के पिता मानसिंह ने घर की छत पर रज्जू को देखा, तो उसके पिता के सब्र का बांध टूट गया.
इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराने के बाद 21 मार्च को युवती के पिता मान सिंह ने अपने भाई श्याम सिंह, दोस्त विनोद साहू और शेख नासिर के साथ मिलकर योजना बनाई और समझाने के बहाने रज्जू को नदी किनारे ले गए. जहां चारों ने मिलकर रज्जू को फांसी के फंदे पर लटका कर उसकी हत्या कर दी.