पढ़िए क्यों उड़ी असम में अमित शाह की खिल्ली

चुनावी भाषणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार 'ऐतिहासिक तथ्यों' की गलतियां की हैं। विपक्षी उनकी इस कमजोरी का मजाक भी उड़ा चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस बार प्रधानमंत्री मोदी जैसी गलती की है। 

शाह ने शुक्रवार को असम के सिबसागर में ‌‌दिए भाषण में अहोम साम्राज्य के संस्थापक राजा सुकफा की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने मुगलों को 17 बार हराकर असम से बाहर खदेड़ दिया। जोश में शाह ने पहले अहोम राजा और मुगल साम्राज्य के शासन काल का वर्ष ही भूल गए। 

दरअसल शाह ने जिस अहोम साम्राज्य का जिक्र किया था उसके शासनकाल की शुरुआत 1228 से होती है। इस साम्राज्य के पहले शासक राजा सुकफा थे, जिन्हें असम में चाउलंग सिउकाफा के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने ही अहोम साम्राज्य की स्थापना की थी। 

वहीं मुगलों का भारत में आगमन 1526 के आसपास हुआ था। शाह के बयान के मुताबिक राजा सुकफा ने मुगलों को 17 बार हराया था लेकिन दोनों के साम्राज्य में करीब 300 साल का अंतर है। असम के इतिहास के बारे में अधूरे ज्ञान की वजह से शाह की जमकर किरकिरी हो रही है। 

इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर शाह के बयान की जमकर खिल्ली उड़ाई गई। वहीं उसके सहयोगी दल असम गण परिषद् (एजीपी) और भाजपा भी इस बयान से काफी असहज नजर आई। एजीपी सदस्यों ने शाह का पक्ष रखते हुए कहा कि असम के इतिहास के बारे में गलत जानकारी के लिए अमित शाह उतने जिम्मेदार नहीं है जितनी उनकी सहयोगी टीम जिम्मेदारी है। आखिर वो लोग कर क्या रहे थे ?

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!