भोपाल। विधानसभा में आज अनुदान मांगों पर चर्चा शुरू होने से पहले संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विधायक रामनिवास रावत को अपने परिचित अंदाज में भड़काया और वो सफल भी रहे। तैश में आए रावत ने आरएसएस को लेकर तीखी टिप्पणी कर दी और सदन स्थगित करना पड़ा।
बिना तैयारी कैसे रखें बात: रामनिवास रावत
आज सदन में अनुदान मांगों पर चर्चा होनी थी। चर्चा शुरू होती इसके पहले ही कांग्रेस के रामनिवास रावत ने पाइन्ट आफ आर्डर का मामला उठाते हुए कहा कि नियमानुसार प्रशासकीय प्रतिवेदन की कापी एक दिन पहले दी जाती है पर यह कापी हमें अभी दी गई है। ऐसे में हम कैसे तैयारी कर इस पर अपनी बात रख सकते हैं। सदन नियम-प्रक्रियाओं से चलेगा या फिर आरएसएस के एजेंडे से।
प्रतिवेदन मिल गया, शुरू करें चर्चा: नरोत्तम मिश्रा
संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रतिवेदन आपके पास आ गया है लिहाजा चर्चा शुरू की जा सकती है। इस पर रावत ने तैश में आते हुए आरएसएस पर एक गंभीर टिप्पणी भी कर दी। इस पर भाजपा सदस्यों ने ऐतराज जताते हुए हंगामा कर दिया। जवाब में संसदीय कार्यमंत्री ने भी कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर टिप्पणी कर दी।
स्थगित करनी पड़ी कार्यवाही
कांग्रेस और भाजपा सदस्यों के बीच आरोपों के तीखे दौर चलने लगे और अमर्यादित शब्दों का भी इस्तेमाल हुआ। जिसे अध्यक्ष ने कार्यवाही से विलोपित कर दिया। दोनों पक्षों द्वारा किए गए हंगामे के चलते अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। अध्यक्ष ने इस दौरान रामनिवास रावत से कहा कि सचिवालय पर टिप्पणी न करें, सत्तापक्ष पर टिप्पणी कर सकते हैं। उन्होंने व्यवस्था दी कि दो दिन पहले प्रतिवेदन उपलब्ध कराए जाएंगे।