
12 लाख 50 हजार पहली किश्त के रूप में लिए भी लिए थे। हालाांकि खारीवाल की ओर से लगातार पचास लाख देने के लिए दवाब बनाया जा रहा था। देश का संभवता यह पहला मामला है जब बड़े प्रेस क्लब अध्यक्ष को दलाली के लिए सीधे तौर पर गिरफ्तार किया गया है। खारीवाल पर यूं तो हमेशा से ही बिना किसी संस्थान में रहते हुए प्रेस क्लब की आड़ में पैसे उगाही के आरोप लगते रहे हैं लेकिन यह पहली बार है जो वो सीधे तौर पर पुलिस के हत्थे चढ़ा है। पुलिस ने उन पर हत्याकांड के षड़यंत्र में शामिल होने के लिए धारा 120 बी , 420 आईपीसी लगाई है। खारीवाल को न्यायालय में पेश कर रिमांड पुलिस द्वारा मांगी जा रही है।