
अगर वे ज्यादा दिनों तक पीएम रहे तो हिन्दुस्तान में ही पाकिस्तान बना देंगे। कन्हैया ने स्मृति से अपना पद छोड़ने और माफी मांगने की बात भी कही। मंडी हाउस से पार्लियामेंट तक मार्च निकाले गए मार्च में भी 'स्मृति हटाओ' के नारे लगे। मार्च के दौरान कन्हैया को दो लोगों ने धमकी दी जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
कन्हैया ने अपनी स्पीच में कहा- सरकार हमारे ऊपर देशद्रोह का आरोप लगा रही है। हम देशद्रोह नहीं, आरएसएस के खिलाफ विद्रोह कर रहे हैं। कन्हैया ने कहा जनसंघ ने 1947 में देश के झंडे को जलाया था। RSS का देश की आजादी में कोई योगदान नहीं है। कन्हैया ने कहा आरोप लगाया कि मोदी ने अपनी कैबिनेट में रेपिस्ट को बिठा रखा है। जो लोग विधानसभा में पोर्न देखते पकड़े जाते हैं उनका प्रमोशन कर दिया जाता है। उन्होंने ने आरोप लगाया कि ऐसा पहली बार हो रहा जब हमारे भाग्य का फैसला एक ऐसी मंत्री कर रही है जो कभी यूनिवर्सिटी नहीं गई।