कोल समाज का कल्याण या मंत्री पद की चाहत: महाकुंभ पर उठे सवाल

अनूपपुर। जिला समेत जहां पूरा प्रदेश सूखे की मार ङोल रहा है, मुआवजे के नाम पर किसानों से जिस कदर खिलवाड़ हो रहा है। उसका जीता-जागता उदाहरण लगातार किसानों के द्वारा किए जा रहे आत्महत्या से देखा जा सकता है। ऐसे में जिन क्षेत्रों में सूखे की मार देखने को मिली है उसमें से अनूपपुर जिले के जैतहरी व अनूपपुर जनपद का नाम ज्यादा सामने आता है। ऐसे में जरूरत थी कि इस बात की विधायक द्वारा क्षेत्र के किसानों को उनकी नुकसानी के आधार पर बेहतर से बेहतर मुआवजा दिलवा सके। बावजूद इसके क्षेत्र के विधायक द्वारा आदिवासियों के हितों को नजर अंदाज करते हुये भाजपा के एजेंडे में शामिल कार्यक्रम को प्रशासन का कार्यक्रम बताकर पैसों की होली खेलने पर आमादा है।

बीते दस वर्षों से विधायक रामलाल रौतेल के द्वारा कोल समाज को एकत्रित करने के लिये कोल समाज का सम्मेलन किया जाता रहा है। वहीं इस वर्ष कोल समाज में जागरूकता लाने के नाम पर विधायक शबरी महाकुंभ के नाम पर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन जिला मुख्यालय में आयोजित किया जा रहा है। स्थल चयन को लेकर भी प्रशासन पर सवालिया निशान लग रहे हैं। जहां एक ओर बच्चों की परीक्षाएं शुरू होने वाली है वहीं इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन शिक्षकीय परिसर में आयोजित किया जा रहा है। सवाल उठता है कि कोल समाज में जागरूकता लाते-लाते क्या बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कब तक करता रहेगा?

मामला मंत्री पद के चाहत का
आगामी दिनों में दो दिवसीय राज्य स्तरीय शबरी महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है, आमतौर पर यह आयोजन विधायक का निजी कार्यक्रम होता रहा है। ऐसे में विपक्ष से पक्ष में आये विधायक द्वारा अपने पद का गलत उपयोग करते हुये शबरी महाकुंभ के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई को जमकर खर्च किया जा रहा है। विभागों की मानें तो यह खर्च ५० लाख रूपये से भी ज्यादा किये जाने की तैयारी है। इतना ही नहीं शबरी महाकुंभ की आड़ में अपने हितों को साधने का प्रयास भी खूब किया जा रहा है। राजनीतिज्ञों की मानें तो विधायक रामलाल रौतेल द्वारा कोल समाज के इस शबरी महाकुंभ के आड़ में अपने बाहुबल का प्रदर्शन कर मंत्री पद हथियाने की चाहत है। भीड दिखाकर मुख्यमंत्री को प्रभावित कर किसी तरह मंत्री बनने के लिए सरकारी पैसे की होली खेली जा रही है। 

शासकीय पैसों से चल रहा प्रचार-प्रसार
ऐसा नहीं है कि सत्ता में रहने के दौरान पार्टी चाहे जो भी रही हो शासकीय खर्चों में अपना निजी स्वार्थ साधने में कोई भी पीछे नहीं हटा है। इन सब में आम जनता की गाढ़ी कमाई किस कदर खर्च की जाती है। इसकी बानगी आने वाले २३ व २४ फरवरी को  शबरी महाकुंभ में देखा जा सकता है। समाज का इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजन करने की आड़ में विधायक रामलाल रौतेल द्वारा क्षेत्र के अलावा अन्य जिलों में भी प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लोगों को जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है।

राजनीति के शिकार हुये छात्र
इतना ही नहीं जिस जगह पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, वहीं बगल में आईटीआई, महाविद्यालय, हॉस्टल में स्थानीय लोगों के अलावा बाहर से आये कोल समाज के लोगों को रुकने की व्यवस्था की जा रही है। दो दिनों तक होने वाले इस कोल समाज के कार्यक्रम में जहां एक ओर आगामी कुछ सप्ताह के भीतर वार्षिक परीक्षाएं संचालित होनी है ऐसे में इन महाविद्यालयों व छात्रावासों में रह रहे छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन के अलावा आवास को भी अव्यवस्थित करने का काम किया जाएगा। ऐसे में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन पैसों व समय दोनों का दुरूपयोग सत्ता के विधायक द्वारा किया जा रहा है।

इनका कहना है-
यह सारे कार्यक्रम पार्टी के एजेंडे में शामिल है, अनूपपुर विधायक रामलाल रौतेल चूंकि कोल समाज से आते हैं। अत: उनका इस कार्यक्रम में रहना लाजमी है। यह कार्यक्रम पूरी तरह से भाजपा का है।
रामदास पुरी
जिला अध्यक्ष, भाजपा।

आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में शासन से 50 लाख रूपये की मांग की गई है, यह पूरा कार्यक्रम कोल समाज में जागरूकता लाने के लिये किया जा रहा है।
पीएन चतुर्वेदी
सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग अनूपपुर।
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