धार। बसंत पंचमी पर भोजशाला में नमाज और पूजा को लेकर चल रहे विवाद के बीच धार के साथ ही सीमावर्ती जिलों को भी अलर्ट पर रख दिया गया है. धार कलेक्टर ने इंदौर, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, खरगोन और बड़वानी के कलेक्टर को पत्र लिखकर 12 फरवरी को लेकर सतर्क रहने के लिए कहा है. पत्र में कलेक्टर ने लिखा की बसंत पंचमी पर हिंदू और मुस्लिम दोनों वर्गों के लोग इन जिलों से धार में आ सकते हैं.
ऐसे में शांति बनाए रखने और असामाजित तत्वों पर नजर रखने के लिए धार से सटे जिलों के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए जाएं.
धार में वसंत पंचमी पर 2013 जैसे हालात दोहराने की आशंका गहराती जा रही है. भारतीय पुरातत्व विभाग ने इस दिन नमाज और पूजा के लिए अलग-अलग समय तय कर दिया है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती भोजशाला को खाली कराने को लेकर होगी.
दरअसल, भारतीय पुरातत्व विभाग के वसंत पंचमी के दिन सूर्योदय से दोपहर 12 बजे तक और फिर दोपहर 3.30 बजे से सूर्यास्त तक पूजा की अनुमति दी हैं.
वहीं, नमाज के लिए दोपहर एक से तीन बजे तक का वक्त किया गया है. हालांकि, कुछ इसी तरह की व्यवस्था 2013 में भी की गई थी, जब वसंत पंचमी का पर्व शुक्रवार के दिन आया था. तीन साल पहले नमाज के लिए भोजशाला को खाली कराने के दौरान बात बिगड़ गई थी. पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और अश्रु गैस छोड़कर हालात पर काबू पाया था.