
दोपहर 2 बजे कलेक्टोरेट में बैठक शुरू हुई। भाजपा विधायक निर्मला भूरिया पेटलावद, शांतिलाल बिलवाल झाबुआ व कलसिंह भाबर थांदला प्रभारी मंत्री आर्य के साथ मौजूद थे। कुछ ही देर में सांसद भूरिया व जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया भी बैठक में पहुंच गए। शुरुआत में ही भूरिया ने अफसरों से सवाल करना शुरू कर दिए। कहा जब भी पूछो अफसर यही जवाब देते हैं कार्य प्रगति पर हैं लेकिन बताते नहीं कि प्रगति कहां तक हुई है।
नेशनल हाईवे पर गड्ढे हो रहे हैं, लोग मर रहे हैं लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा। शहर में बन रही उत्कृष्ट सड़क की हालत किसी से छिपी नहीं है। बिजली कंपनी की समीक्षा के दौरान अफसर से पूछा ग्रामीणों को लाखों के बिल कैसे दिए जा रहे हैं? एक गांव में चार लोग बिल नहीं भरते तो पूरे गांव की बिजली काट दी जाती है। हालांकि अफसर संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। थांदला विधायक भाबर ने बताया पूर्व सांसद दिलीपसिंह भूरिया ने सोसायटी के चावल पकड़े थे। मैंने स्वयं नकली खाद पकड़वाई और राशन का गेहूं जब्त करवाया था लेकिन आज तक उन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में कलेक्टर को कहना पड़ा कि जांच रिपोर्ट आना बाकी है। बैठक में 50 लाख से अधिक राशि के स्वीकृत प्रगतिरत कामों की समीक्षा व वर्ष 2016-17 के योजना बजट का अनुमोदन किया गया।