भोपाल। प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में खाली पड़े असिस्टेंट प्रोफेसर्स के पदों को भरने का रास्ता साफ हो गया है। 23 साल बाद सरकार ने असिस्टेंट प्रोफेसर्स के 2395 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा कराए जाने का प्रस्ताव मप्र लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) को भेजा है। आयोग ने भी भर्ती परीक्षा के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। संभवतः इसी माह भर्ती का विज्ञापन भी जारी कर दिया जाएगा। याद दिला दें की 11 जनवरी को भोपाल समाचार ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था. (पढ़ने के लिए क्लिक करें)
उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता के मुताबिक असिस्टेंट प्रोफेसर्स की भर्ती प्रक्रिया में अब कोई अड़चन नहीं है। विभाग ने पीएससी को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया है। प्रदेश में पीजी प्राचार्य, यूजी प्राचार्य, सहायक प्राध्यापक, क्रीड़ा अधिकारी, लायब्रेरियन के 9310 पद खाली हैं। इनमें से 2395 असिस्टेंट प्रोफेसर्स के पद हैं। इनमें लायब्रेरियन, क्रीड़ा अधिकारी के पदों के लिए अलग से भर्ती होगी। इसके अलावा यूजी, पीजी प्राचार्य के पदों को पदोन्नति से भरा जाएगा।
पहली बार इतनी बड़ी परीक्षा
पीएससी के माध्यम से असिस्टेंट प्रोफेसर्स की इतनी बड़ी भर्ती प्रदेश में पहली बार हो रही है। इससे पहले सरकार ने वर्ष 1993 में कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर्स की भर्ती की थी। इसके बाद सामान्य पदों पर अब तक भर्ती नहीं हुई है। वर्ष 2003 में एससी, एसटी के करीब 750 सहायक प्राध्यापकों और वर्ष 2007-08 में 300 सहायक प्राध्यापकों की भर्ती एमपी पीएससी के माध्यम से हुई थी। इस दौरान एससी, एसटी और ओबीसी के पद भरे गए थे। इस अवधि में सामान्य के पदों की भर्ती नहीं हो पाई। इससे कई योग्य उम्मीदवार आयुसीमा पार कर गए।
इसलिए अटकी थी भर्ती
असिस्टेंट प्रोफेसर्स की नियुक्ति प्रक्रिया भर्ती नियम नहीं बनने से अटकी थी। सरकार ने इसके भर्ती नियम पिछले साल जारी कर दिए थे। इसके बाद मामला स्लैट को लेकर उलझा था। अब सरकार भर्ती के लिए स्लैट का इंतजार नहीं कर रही है। इससे पहले वर्ष 2014 में 1600 पदों के लिए जारी भर्ती विज्ञापन सितंबर, 2015 में निरस्त हो चुका है।
पूरी तैयारी के बाद निकलेगा विज्ञापन
असिस्टेंट प्रोफेसर्स की भर्ती के लिए परीक्षा कराए जाने से पहले छोटी से छोटी कमी को दुरुस्त किया जा रहा है। हमने सरकार को पत्र लिखकर कुछ जानकारी मांगी है। भर्ती के लिए विज्ञापन जनवरी में ही जारी किया जा सकता है।
मनोहर दुबे, सचिव, एमपी पीएससी