
संकेत जिस पर ठगी के आरोप लगे थे और वह फरार चल रहा था तब पीड़िता के सास-ससुर, नन्द और नंदोई ने उनसे 10 लाख रुपयों की मांग की ताकि संकेत द्वारा किये गए पाप की भरपाई की जा सके। इस अनैतिक मांग पूरी न करने के कारण उसे डेढ़ साल पहले भीे घर से निकाल दिया गया था। 31 दिसंबर को जब पीड़िता अपने परिजनों के साथ ससुराल पहुंची तो संकेत घर पे अकेला था और उसने मर्यादाओं की सारी हदें पार करते हुए न सिर्फ पत्नी के साथ मारपीट करते हुए उसे सामान सहित घर से बाहर निकालकर गेट पर ताला जड़ दिया अपितु उसने मासूम बच्ची के भूख - प्यास का ख्याल भी नहीँ किया।
अपने मासूम बच्ची के भविष्य को लेकर हालातों से समझोता करने वाली कीर्ति के सब्र का बांध आखिरकार टूट गया और उसने कोतवाली में अपने पति, सास, ससुर,नन्द और नंदोई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी। षिकायत पर कोतवाली पुलिस ने पति संकेत, ससुर पुखराज, सांस, नंद, नंदोई के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज किया गया है।