
जानकारी के मुताबिक, एटीएम में पिन चोरी होने की शिकायतें दिन-पर-दिन बढ़ती ही जा रही है. इसे देखते हुए अब बायोमेट्रिक मशीन में नए सिक्योरिटी फीचर जोड़ते हुए उसे एटीएम में लगाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए मैट्रो सिटीज में ट्रायल शुरू हो चुका है. यदि ये ट्रायल सफल रहा तो इसे जल्द ही मप्र में भी लागू कर दिया जाएगा. जिसके बाद लोगों को पिन की जगह अंगूठा लगाने पर एटीएम से पैसे मिलेंगे.
लोगों के एटीएम पिन नंबर जानने के लिए बदमाश मशीन के बटन पर एक विशेष केमिकल लगाते हैं, जो सामान्य आंखों से दिखाई नहीं देता. कैंसल के बटन में भी केमिकल डाल दिया जाता है जिससे वो जाम हो जाता है और मशीन कमांड नहीं लेती.
कस्टमर के जाने के बाद बदमाश एटीएम में आते हैं और बटन पर उंगलियों के निशान पढ़कर पिन डालते हुए खाते से राशि निकाल ली जाती है. वहीं कुछ बदमाश मदद के नाम पर लोगों का एटीएम कार्ड ही चेंज कर देते हैं. खासतौर पर बुजुर्ग वर्ग जिन्हें एटीएम का अच्छे से प्रयोग करना नहीं आता, उनकी मदद के बहाने पहले तो बदमाश कार्ड का इस्तमाल कर पैसे निकाल कर देते हैं और फिर जाते हुए उन्हें दूसरा कार्ड थमा देते हैं.