भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) की आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी की बात सामने आई थी। इस परीक्षा में पूछे गए तीन प्रश्नों को आयोग ने निरस्त कर दिया था। इसके बाद जब परीक्षा के नतीजे घोषित हुए, तो उसमें कुल प्रश्नों के आधार पर पूर्णांक दर्शाए गए थे। डीबी स्टार ने इस मामले को 10 दिसंबर 2015 के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद एमपी पीएससी ने अपनी भूल को सुधार लिया है। उसने आयोग की वेबसाइट पर एक सूचना जारी की है, जिसमें स्पष्ट किया है कि रिजल्ट में कुल 120 प्रश्नों के स्थान पर 117 ही पढ़ा जाए। आयोग का कहना है कि कुल पूर्णांक भी 360 की बजाय 351 माना जाए।
क्या था मामला
एएमओ की मुख्य परीक्षा में पीएससी द्वारा तीन निरस्त सवालों को रिजल्ट में शामिल करने से सैकड़ों प्रतिभागियों ने सवाल उठाए थे। परीक्षा में कुल 120 सवाल पूछे गए थे। इनमें से तीन सवाल ऐसे थे जिनके एक से अधिक उत्तर सही थे। जब यह मामला उठा तो पीएससी ने इन तीन सवालों को हटाकर रिजल्ट जारी करने की घोषणा की थी।
इसके बाद आयोग ने पिछले सप्ताह जब चयनित उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की तो उसमें इन तीन सवालों के 9 अंकों को भी दर्शाया गया। रिजल्ट 117 सवालों के आधार पर 351 नंबरों के साथ जारी होना था, लेकिन 360 मार्क्स के साथ घोषित किया गया, अर्थात सभी 120 प्रश्नों के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया।