अक्षय पात्र संस्था स्कूली बच्चों को मिड डे मील पहुंचाती है। वर्ष 2000 में बेंगलुरु के पांच स्कूलों के 1500 बच्चों को भोजन पहुंचाकर अक्षय पात्र ने मिड डे मील कार्यक्रम शुरू किया। अक्षय पात्र की इस मुहिम का बाहें फैलाकर स्वागत किया गया। 28 नवंबर 2001 में सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर दिया कि देश के सभी सरकारी और सरकारी सहायता से चल रहे प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील दिया जाए।
अक्षय पात्र को सरकारी सहायता भी मिली और कई लोगों ने हेल्प के लिए हाथ आगे बढ़ाए। 1500 बच्चों से शुरू हुई एक नेक कोशिश अब रोजाना दस लाख से अधिक बच्चों को खाना खिला रही है। अक्षय पात्र 9 राज्यों के 9 हजार सरकारी स्कूलों के बच्चों तक अपनी पहुंच बना चुका है।