महिला पुलिसकर्मियों की चूक के कारण बच गई घूसखोर महिला अधिकारी

जबलपुर। बीएसएनएल की एक घूसखोर महिला अधिकारी महिला पुलिसकर्मियों की जरा सी चूक के कारण गिरफ्तार होने से बच गई। यह महिला अधिकारी एक कर्मचारी की मौत के बाद फंड और सहायता अनुदान राशि दिलवाने के नाम पर कर्मचारी की पत्नी से करीब 4.10 लाख रुपए बतौर रिश्वत ले चुकी है। वह 1 लाख 40 हजार रुपए और मांग रही है।

पीड़ित की शिकायत पर सीबीआई ने महिला अधिकारी को बाकी के पैसे देने के लिए बस स्टैंड बुलाने को कहा। लेकिन महिला अधिकारी ने अपनी बेटी को भेज दिया। उसकी बेटी ने रुपए रखने के लिए जैसे ही स्कूटी की डिक्की खोली वैसे ही जिला पुलिस की महिला कर्मियों ने उसे पकड़ लिया लेकिन उस वक्त तक पीड़ित महिला ने अधिकारी की बेटी को रुपए दिए ही नहीं थे इसलिए उसे छोड़ना पड़ा। बाद में सीबीआई ने महिला अधिकारी के घर जाकर भी छापेमारी की और कुछ दस्तावेज जब्त किए।

बिना रिश्वत लिए नहीं दे रही थी राशिः
बीएसएनएल राइट टाउन स्थित निर्माणी कर्मचारी की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। उसकी पत्नी ने फंड देने के लिए महिला अधिकारी से कहा तो अधिकारी ने उससे साढ़े 5 लाख रुपए की मांग कर दी। कर्मचारी की पत्नी ने 4 लाख 10 हजार रुपए दे दिए। इसके बदले अधिकारी ने महिला को 9 लाख का चेक दिया था लेकिन ग्रेच्युटी की रकम और अनुकंपा नियुक्ति के लिए अधिकारी एक लाख 40 हजार रुपए और मांग रही थी। उसने यह भी कहा था कि कर्मचारी ने रायपुर की कर्मचारी सोसायटी से लोन लिया है, उसे भी चुकाना होगा, जबकि कर्मचारी ने कोई लोन नहीं लिया था। रुपए नहीं मिलने पर महिला अधिकारी ने भुगतान रोककर रखा था। इससे परेशान होकर मृतक की पत्नी ने तंग होकर अपने परिजन को रिश्वत के बारे में जानकारी दी। जिसके परिजन ने सीबीआई को जानकारी दी।

सीबीआई के पास महिला अधिकारी नहीं, इसलिए पुलिसकर्मियों को लिया था
सीबीआई अधिकारियों ने आरोपी महिला अधिकारी को पकड़ने के लिए योजना बनाई। लेकिन जबलपुर में सीबीआई के पास महिला अधिकारी नहीं है। इसलिए उन्होंने जिला पुलिस बल से महिलाओं का एक दल लिया। इन्हीं महिला कर्मियों ने थोड़ी गलती कर दी, जिससे पूरा मामला हाथ आने से रह गया। महिला होने के नाते अधिकारी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है।

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