भोपाल। मप्र में डॉक्टरों की लापरवाही का यह सबसे बड़ा उदाहरण है। नेत्र शिविर में अपनी आंखों का ईलाज कराने आये 80 मरीजों में से सिर्फ 8 मरीज ही वापस दुनिया देख पायेंगे। शेष 72 अंधे हो जायेंगे।
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. शरद पंडित ने संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मोतियाबिंद शिविर में 80 मरीजों का ऑपरेशन हुआ था।
इसके बाद 56 मरीजों ने आंखों की रोशनी गंवा दी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर विशेषज्ञ डॉक्टरों के पैनल ने इन सभी मरीजों के आंखों की जांच की है। डॉ. पंडित के मुताबिक, इनमें से केवल 8 मरीजों की रोशनी वापस लौटने की उम्मीद है। इसके लिए भी तीन महीने इंतजार करना होगा। इसके बाद ही दोबारा ऑपरेशन किए जा सकेंगे।