नई दिल्ली/गोरखपुर। वोटबैंक की राजनीति से इतर आरएसएस प्रमुख ने एक बार फिर दोहराया है कि आरक्षण का लाभ उन्हे मिलना चाहिए जिन्हे जरूरत है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब तक आरक्षण व्यवस्था का लाभ उस व्यक्ति तक पहुंचा ही नहीं, जिसे मिलना चाहिए था। इसलिए इसकी समीक्षा होना जरूरी है।
संघ के एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि वे आरक्षण के विरोधी नहीं हैं लेकिन जिनके लिए आरक्षण व्यवस्था बनी थी उनका जीवन स्तर अब भी नहीं सुधर सका है। इसलिए आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा होनी चाहिए और उस पर बहस होनी चाहिए। भागवत ने कहा कि जिन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिला है उन तक इसे पहुंचाना सुनिश्चित होना चाहिए।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले माह यह बयान देकर नई बहस को जन्म दे दिया था कि आरक्षण व्यवस्था का जमकर दुरुपयोग हो रहा है। इसलिए इस पर विचार करने का समय आ गया है। भागवत यही नहीं रुके थे। उन्होंने यह भी कहा था कि आरक्षण की जरूरत और समयसीमा को लेकर एक समिति बनाई जानी चाहिए।
