कोलकाता। सीबीआई ने सारधा और रोजवैली के बाद अब एक और बड़ी चिटफंड कंपनी एमपीएस ग्रीनरी पर शिकंजा कस दिया है। मंगलवार को जांच एजेंसी ने MPS Greenery Developers LTD के तीन निदेशकों शांतनु चौधरी, प्रदीप चंदा और मधुसूदन अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। कंपनी पर निवेशकों से अवैध तरीके से तीन हजार करोड़ रुपये जुटाने का आरोप है।
सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को तीनों निदेशकों को पूछताछ के लिए सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ दफ्तर में बुलाया गया था। वहां दिनभर हुई पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सीबीआइ ने शांतनु चौधरी, प्रदीप चंदा और मधूसुदन अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को बुधवार को विधाननगर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया जायेगा।
सीबीआइ सूत्र बताते हैं कि एमपीएस ग्रीनरी ने राज्य के विभिन्न जिलों में ब्रांच खोल कर लोगों से तीन हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि वसूली। सीबीआई ने कंपनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर हाल में इसके कई ठिकानों पर छापेमारी कर कई जरूरी कागजात व दस्तावेज जब्त किये थे। पुख्ता सुबूत मिलने पर तीन निदेशकों को पूछताछ के लिए सीबीआइ दफ्तर बुलाया गया था। कंपनी के कुछ अधिकारी फरार बताये गये हैं। कंपनी का मालिक पीएन मन्ना पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। वह न्यायिक हिरासत में है।