भोपाल। मप्र के भिंड जिले के कलेक्टर मधुकर आग्नेय ने धरना दे रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निकम्मी कहा। इतना ही नहीं, आपत्ति जताए जाने पर दूसरे दिन उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई और अपने 'निकम्मे' शब्द की व्याख्या करते हुए उसे सही ठहराया। किसी तरह का खेद जाहिर नहीं किया। इससे पूर्व श्री आग्नेय किसानों के संदर्भ में असंवेदनशील बयान दे चुके हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को बसपा नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजीव सिंह कुशवाह ने कलेक्टर मधुकर आग्नेय पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया था। संजीव ने कहा कि कलेक्टर ने बातचीत करने पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से निकम्मी कहा। ऐसे असंवेदनशील कलेक्टर को हटाया जाना चाहिए।
संजीव सिंह के इस आरोप पर कलेक्टर मधुकर आग्नेय ने स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने पत्रकारवार्ता बुलाकर कहा कि आंदोलन के दौरान एक महिला ने मुझसे कहा था कि क्या आपकी बहन होती, तो उसे सड़क पर इसी तरह आंदोलन करने देते, जिस पर मैंने जवाब दिया कि मेरी बहन तुम्हारे जैसी निकम्मी नहीं हैं। निकम्मी शब्द का इस्तेमाल करने का मेरा आशय ये था कि काम न करना। उसका कोई गलत आशय न निकाला जाए। इस मौके पर अपर कलेक्टर आरपी भारती व महिला बाल विकास अधिकारी कल्पना बौहरे भी उपस्थित थी।