नईदिल्ली। यह भारत में व्याप्त बेरोजगारी और सरकारों की रोजगार के दावों की पोल खोलती तस्वीर है। उत्तरप्रदेश में चपरासी के मात्र 368 पदों के लिए 23 लाख बेरोजगारों ने आवेदन किए। यह आंकड़ा किसी भी संवेदनशील व्यक्ति का दिल दहला देने के लिए काफी है। इससे पहले मप्र में चपरासी पद के लिए पीएचडी, एमबीए और बीई डिग्रीधारियों ने अप्लाई किया था।
10 अगस्त को उत्तर प्रदेश के सचिवालय की ओर एक विज्ञापन दिया गया। ये एक सरकारी नौकरी का विज्ञापन था और पद था अनुसेवक और फर्राश का यानी आसान भाषा में जिसे आप चपरासी कहते हैं। कुल मिलाकर ये विज्ञापन केवल 368 पदों के लिए था। आवेदन करने के लिए महज तीस दिन का समय दिया गया था यानी 12 अगस्त से 11 सितंबर 2015 के बीच। इस दौरान 23 लाख आवेदन प्राप्त हुए।