रिश्वत में रात मांगता था रायसेन का DIC मैनेजर

भोपाल। शहर में हुई रायसेन के डीआईसी मैनेजर रामदयाल की मर्डर मिस्ट्रिी साल्व हो गई है। पुलिस को पता चला है कि रामदयाल महिलाओं को लोन दिलाने के बदले रिश्वत में रात का सौदा करता था। जो महिला उसे अपना जिस्म सौंपने से इंकार करती, उसका केस उलझा दिया करता था। यह खेल वर्षों से चल रहा था। पुलिस को लगा कि यही हत्या की वजह होगा परंतु ऐसा नहीं था। जांच के दौरान पता चला कि हत्या का कारण तो नौकरानी से इश्क था।

मिनाल रेजीडेंसी में अपने तीन बेटों और पत्नी के साथ रहने वाले 59 साल के रामदयाल बेले के कई महिलाओं से अवैध संबंध होने की बात सामने आई है। बेले रायसेन स्थित डीआईसी में 7 सालों से मैनेजर था। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लोन पास करने की जिम्मेदारी उसी पर थी। उसने रायसेन में ही किराये से एक कमरा भी लिया हुआ था।

उसी मकान में 55 साल की वैजयंती रहती थी, जो घरो में झाडू-पौंछा का काम करती थी। बेले के 2 साल पहले लोन देने के दौरान सेक्स संबंध बन गए। वैजयंती 4 साल से अपने पति से अलग होकर बेले वाले मकान में ही रह रही थी। वैजयंती का बेले के अलावा 27 साल का प्रेमी पप्पू जाटव भी था, जो भोपाल में आॅटो चलाता है।

उससे रिलेशन बनाने के लिए वह हर हफ्ते भोपाल आती थी। इन तीनों के बीच प्रेम-त्रिकोण ऐसा उलझा कि पप्पू जाटव ने अपने दो दोस्तों कमलेश और वसीम की मदद से बेले की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी। बेले से उसकी नफरत इतनी ज्यादा थी कि उसने बेले के गुप्तांग को भी काट डाला।

कैसे हुई हत्या
पप्पू जाटव ने अपने दो दोस्तों कमलेश और वसीम को लालच दिया कि बेले के पास रिश्वत की बहुत कमाई रहती है और उसके बैग में हर समय 3-4 लाख रुपए रहते हैं। तीनों, भोपाल में ही आॅटो चलाते थे। बेले हमेशा की तरह रायसेन से भोपाल बस से आया और जेके रोड तिराहे पर उतर गया। वहां से उसने लास्ट कॉल रायसेन में वैजयंती को ही किया। वहां पर कमलेश ने वसीम को ऑटो में बिठाया और बेले के पास पहुंचा। बेले घर जाने के लिए ऑटो में बैठ गए। रास्ते में ही पप्पू, इंडस्ट्रियल एरिया में जाने के लिए बैठ गया। जैसे ही वह तीनों सुनसान इलाके में पहुंचे तो ऑटो में ही बेले को चाकुओं से गोद दिया गया। फिर वह लाश को वहीं सुनसान एरिया में छोड़कर चले गए और ऑटो चलाने लगे।

अकेली महिलाओं से बनाता था संबंध
बेले ऐसी महिलाओं के साथ रिलेशन बनाता था, जो किसी वजह से अकेली रहती हों। ऑफिस में महिला चपरासी को लोन देने में मदद की तो उसके साथ रिलेशन बनाए, लोन के दवाब में उसकी बेटी से भी उसने रिलेशन बनाए। रायसेन में ही कामवाली बाई वैजयंती का कमरा उसके बगल में था, जो अपने पति से अलग होकर दो जवान बेटियों और एक बेटे के साथ रहती थी। एक महीने पहले ही उसकी बेटी की शादी भोपाल के लड़के से हुई, जिसमें बेले ने आर्थिक रूप से काफी मदद की।

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